आरक्षण होना चाहिए क्योंकि आरक्षण नीति बहुत अच्छी व्यवस्था है यदि आरक्षण आर्थिक आधार पर दिया जाए । जाति और धार्मिक आधार पर आरक्षण देने पर जाति और धर्म के अमीर व्यक्ति ही इस का हर-बार फायदा उठा रहे हैं जिससे उसी जाति और धर्म के गरीब व्यक्ति आरक्षण से वंचित रह जाते हैं इसलिए आरक्षण का आधार आर्थिक होना चाहिए जिससे सभी जाति और धर्म के आर्थिक रूप से कमजोर लोग इसका लाभ ले सके एवं आरक्षण नीति से अमीर लोगो को लाभ ना मिल सके |
नौकरी में, शिक्षा में, सरकारी व्यवस्था में , राजनीति में, पदोन्नति में , आरक्षण ही आरक्षण हर व्यवस्था में आरक्षण नीति लागू है। हिन्दुस्तान इस आरक्षण बीमार से अब बहुत जल्द आजाद होने वाला है।
आरक्षण भी एक तरह से भ्रष्टाचार है अगर आरक्षण अमीर लोगों को मिले तो, हकीकत में आज के समय जाति और धर्म आरक्षण का फायदा अमीर लोग ही ले रहे हैं और लेते रहेंगे जब तक आरक्षण को आर्थिक आधार पर नहीं किया जाएगा ।
सच तो यह है कि
मेरे विचारो से सहमत है तो जाति आरक्षण मुक्त हिन्दुस्तान बनाने में हमारा साथ दो साथियों ।
इस आर्टिकल को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे और अपने जानने वालो को भी बताएं।
आप अपने सुझाव या प्रतिक्रिया निचे कमेंट बॉक्स में दें।
![]() |
दोस्तों इस फोटो को जरूर शेयर करना |
आरक्षण भी एक तरह से भ्रष्टाचार है अगर आरक्षण अमीर लोगों को मिले तो, हकीकत में आज के समय जाति और धर्म आरक्षण का फायदा अमीर लोग ही ले रहे हैं और लेते रहेंगे जब तक आरक्षण को आर्थिक आधार पर नहीं किया जाएगा ।
![]() |
दोस्तों इस फोटो को जरूर शेयर करना |
सच तो यह है कि
"जो नेता जाति आरक्षण के नाम पर राजनीति कर रहे हैं,
वो नेता जन्नता को उल्लू बनाकर सिर्फ अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं।"
मेरे विचारो से सहमत है तो जाति आरक्षण मुक्त हिन्दुस्तान बनाने में हमारा साथ दो साथियों ।
इस आर्टिकल को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करे और अपने जानने वालो को भी बताएं।
आप अपने सुझाव या प्रतिक्रिया निचे कमेंट बॉक्स में दें।
0 comments:
Post a Comment